कम उम्र से बुढ़ापे तक: शरीर में स्टोन का बढ़ना क्यों बन गया है आम बात?
आजकल गुर्दे की पथरी (Kidney Stones) सिर्फ बड़े-बुजुर्गों की समस्या नहीं रह गई है। यह एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या बन गई है, जो युवाओं और यहाँ तक कि कम उम्र के बच्चों में भी तेजी से बढ़ रही है। शरीर में पथरी का बनना अब एक आम बात हो गई है, जिसके पीछे हमारी बदलती जीवनशैली, खान-पान और पर्यावरण जैसे कई कारण जिम्मेदार हैं। यह लेख गुर्दे की पथरी के बढ़ते मामलों, इसके कारणों, भारत और दुनिया के आँकड़ों, और इससे बचाव के तरीकों पर विस्तृत जानकारी देता है।
1. क्यों हो रहा है? (बढ़ते मामलों के मुख्य कारण)
गुर्दे की पथरी के पीछे कई कारक एक साथ काम करते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं:
- पानी की कमी (Dehydration): यह सबसे बड़ा कारण है। कम पानी पीने से मूत्र गाढ़ा हो जाता है, जिससे कैल्शियम और अन्य खनिज पदार्थ क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगते हैं।
- असंतुलित आहार: जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, अधिक नमक, और प्रोटीन का अत्यधिक सेवन, खासकर रेड मीट और हाई-प्रोटीन डाइट, पथरी के जोखिम को बढ़ाता है।
- आलसी जीवनशैली: शारीरिक गतिविधि की कमी से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
- जलवायु परिवर्तन: गर्म और शुष्क मौसम वाले क्षेत्रों में पसीना अधिक निकलता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है और पथरी का खतरा बढ़ जाता है।
- मोटापा और डायबिटीज: मोटापा और टाइप-2 डायबिटीज जैसी बीमारियाँ भी गुर्दे की पथरी के जोखिम को बढ़ाती हैं।
2. भारत और दुनिया में आंकड़े
गुर्दे की पथरी की समस्या एक वैश्विक चिंता बन चुकी है, और भारत भी इससे अछूता नहीं है।
- भारत में आंकड़े: भारत में लगभग 12% लोग गुर्दे की पथरी से प्रभावित होते हैं, जिनमें से 50% से अधिक लोगों को गुर्दे की गंभीर क्षति या विफलता का खतरा होता है। कुछ क्षेत्र, जैसे गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, और पंजाब, "स्टोन बेल्ट" (Stone Belt) के रूप में जाने जाते हैं, जहाँ इसकी घटना दर बहुत अधिक है।
- विश्वव्यापी आंकड़े: दुनिया भर में, 5% से 15% आबादी अपने जीवनकाल में कभी न कभी पथरी की समस्या का सामना करती है। पुरुषों में पथरी होने की संभावना महिलाओं की तुलना में अधिक होती है।
3. WHO और अन्य संस्थानों की रिपोर्ट्स
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) जैसी संस्थाएं भी इस बढ़ती समस्या पर चिंता जता रही हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, जीवनशैली में बदलाव, पानी की कम खपत और आधुनिक आहार गुर्दे की पथरी के मामलों में वृद्धि के प्रमुख कारण हैं। ICMR की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में गुर्दे की बीमारियों का बोझ बढ़ रहा है, जिसमें पथरी एक महत्वपूर्ण कारक है। इन संस्थाओं ने जागरूकता बढ़ाने और लोगों को स्वस्थ आदतों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने की सलाह दी है।
4. इसके उपाय और रोकथाम के तरीके
पथरी को बनने से रोकना संभव है। यहाँ कुछ सरल और प्रभावी उपाय दिए गए हैं: